
Pre-Order
-15 %
Tags:
Bihar Ke Aitihasik Gurudware
, Subodh Kumar Nandan
, Books
, Religion
, Sikhism
, Hardcover
, Hindi
, 9788194024682
, Prabhat Prakashan
Bihar Ke Aitihasik Gurudware - Hardcover, Hindi
- Stock Status: In Stock.
- Publisher: Prabhat Prakashan
- ISBN-13: 9788194024682
- Total Pages: 104
- Edition: 1
- Book Language: Hindi
- Available Book Formats: Hardcover
- Year: 2020
- Publication Date: 2020-01-01
No. Of Views: 608
₹170
₹200
Reward Points: 500
बिहार प्राचीनकाल से ही संतों की कर्मभूमि रहा है। यही कारण है कि हजारों किलोमीटर की दूरी तय कर सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देवजी (1506 ई.) तथा गुरु तेग बहादुरजी (1666 ई.) बिहार आए। जहाँ-जहाँ गुरुजी ने प्रवास किया, वहाँ बाद के वर्षों में अनुयायियों ने उनकी स्मृति में गुरुद्वारे या संगत का निर्माण कराया, जो सिखों के लिए आस्था के केंद्र बने, वहीं पटना में पौष सुदी सप्तमी संवत् 1723 तदनुसार 26 दिसंबर, 1666 ई. को गुरु गोबिंद सिंह का आविर्भाव हुआ। लेखक को यह पुस्तक लिखने के दौरान जानकारी मिली कि केवल पटना में ही ऐतिहासिक गुरुद्वारे नहीं हैं, बल्कि सासाराम, औरंगाबाद, गया, नवादा, मुँगेर, भागलपुर, कटिहार, पूर्णिया, वैशाली तथा राजगीर में भी अत्यंत प्राचीन व ऐतिहासिक गुरुद्वारे और संगतें हैं।
इस पुस्तक का मुख्य उद्देश्य बिहार के ऐतिहासिक गुरुद्वारों की जानकारी समाज को देना है, ताकि अपनी समृद्ध परंप..
Pustak Details | |
Sold By | Prabhat Prakashan |
Author | Subodh Kumar Nandan |
ISBN-13 | 9788194024682 |
Edition | 1 |
Format | Hardcover |
Language | Hindi |
Pages | 104 |
Publication Date (YYYY-MM-DD) | 2020-01-01 |
Publication Year | 2020 |
Category | Books, Religion, Sikhism |